HI : For The Hindu, By The Hindu

Donate

सन्यासी बाबा

कैंसर हॉस्पिटल

संत सम्मेलन

Forgot Password

Mahakumbh

लॉरेन पावेल

रामलला दर्शन

साधू जी सीताराम

ffd er re

sd rt wer t

sd g rt wer

exapj o d

this is first

Om Jai Shiv Omkara - Aarti (HIndi)

ॐ जय शिव ओंकारा,
स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,
अर्द्धांगी धारा ॥


ॐ जय शिव ओंकारा...॥
 


एकानन चतुरानन
पंचानन राजे ।
हंसासन गरूड़ासन
वृषवाहन साजे ॥


ॐ जय शिव ओंकारा...॥
 


दो भुज चार चतुर्भुज
दसभुज अति सोहे ।
त्रिगुण रूप निरखते
त्रिभुवन जन मोहे ॥


ॐ जय शिव ओंकारा...॥
 


अक्षमाला वनमाला,
मुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै,
भाले शशिधारी ॥


ॐ जय शिव ओंकारा...॥
 


श्वेताम्बर पीताम्बर
बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक
भूतादिक संगे ॥


ॐ जय शिव ओंकारा...॥
 


कर के मध्य कमंडल
चक्र त्रिशूलधारी ।
सुखकारी दुखहारी
जगपालन कारी ॥


ॐ जय शिव ओंकारा...॥
 


ब्रह्मा विष्णु सदाशिव
जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर में शोभित
ये तीनों एका ॥


ॐ जय शिव ओंकारा...॥
 


त्रिगुणस्वामी जी की आरति
जो कोइ नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी
सुख संपति पावे ॥


ॐ जय शिव ओंकारा...॥
 


लक्ष्मी व सावित्री
पार्वती संगा ।
पार्वती अर्द्धांगी,
शिवलहरी गंगा ॥


ॐ जय शिव ओंकारा...॥
 


पर्वत सोहैं पार्वती,
शंकर कैलासा ।
भांग धतूर का भोजन,
भस्मी में वासा ॥


ॐ जय शिव ओंकारा...॥
 


जटा में गंग बहत है,
गल मुण्डन माला ।
शेष नाग लिपटावत,
ओढ़त मृगछाला ॥


जय शिव ओंकारा...॥
 


काशी में विराजे विश्वनाथ,
नंदी ब्रह्मचारी ।
नित उठ दर्शन पावत,
महिमा अति भारी ॥


ॐ जय शिव ओंकारा...॥
 


ॐ जय शिव ओंकारा,
स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,
अर्द्धांगी धारा ॥

Shri Ganesh Aarti

Shri Banke Bihari Teri Aarti Gaun

Shri Ram Stuti (Hindi)

Lakshmi Mata Aarti

Aarti Kunj Bihari Ki (Shri Krishna Aarti)

Om Jai Jagdish Hare Aarti

Om Jai Shiv Omkara - Aarti (HIndi)

Jai Ambe Gauri Aarti