अक्षम् से सक्षम की यात्रा

बागेश्वर धाम - स्वयं में हिंदू राष्ट्र का जीवंत मॉडल

जहाँ सनातन संस्कृति की रक्षा हो, जहाँ हर जरूरतमंद को सहारा मिले, जहाँ सेवा और समर्पण जीवन का आधार बने - वही सच्चा हिंदू राष्ट्र है। बागेश्वर धाम केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि हिंदू राष्ट्र की आदर्श परिकल्पना है। यहाँ धर्म, सेवा, एकता और समर्पण के सिद्धांतों पर कार्य किया जाता है, जो एक आदर्श हिंदू राष्ट्र की नींव रखते हैं।

बागेश्वर धाम "वसुधैव कुटुंबकम" के संस्कारों का संगम

बागेश्वर धाम का मुख्य उद्देश्य हर जरूरतमंद को समर्थ बनाना है। यह वही विचारधारा है जो रामराज्य और हिंदू राष्ट्र की नींव रखती है, जहाँ कोई कमजोर नहीं होता, सबको समान अवसर मिलता है।

सामाजिक उत्थान

यहाँ हर जाति, वर्ग, समुदाय के असहाय लोगों को सहारा दिया जाता है।

कन्यादान महायज्ञ

हर वर्ष सैकड़ों जरूरतमंद कन्याओं का सामूहिक विवाह संपन्न किया जाता है, जिससे गरीब परिवारों को संबल मिले।

निःशुल्क अन्न सेवा

प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं को अन्नपूर्णा सेवा में प्रसाद वितरण किया जाता है, जिसमें सभी धर्मों, जातियों के लोग सम्मिलित होते हैं।

निःशुल्क कैंसर अस्पताल निर्माण

एक ऐसा अस्पताल जहाँ बिना भेदभाव सभी धर्मों और समाज के लोगों का निःशुल्क इलाज किया जाएगा।

बागेश्वर धाम हिंदू राष्ट्र का साकार स्वरूप क्यों?

धर्म और सेवा का संगम

हर जरूरतमंद को सहायता,

समाज को संगठित करने का प्रयास,

जात-पात, भेदभाव से ऊपर उठकर सबकी भलाई के लिए कार्य,

गरीब, असहाय, पीड़ितों के कल्याण के लिए सतत प्रयास,

सनातन संस्कृति और रामराज्य की अवधारणा को साकार करना।

बागेश्वर धाम जैसा ही बने पूरा भारत

अगर पूरा भारत बागेश्वर धाम की तरह सेवा, धर्म और एकता का प्रतीक बने, तो हिंदू राष्ट्र अपने आप साकार हो जाएगा। बागेश्वर धाम केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि हिंदू राष्ट्र का ज्वलंत मॉडल है, जो बताता है कि सनातन संस्कृति सेवा, त्याग और समर्पण पर आधारित है। अब हमें संकल्प लेना होगा कि हम अपने समाज को इसी दिशा में आगे बढ़ाएँ।

हिंदू राष्ट्र की जय, सनातन धर्म की जय

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